GST provisional registration details of Spices Board New Feature : Click here for Auction Report मसाला: छोटी इलायची, नीलाम की तारीख: 05-Dec-2019, नीलामकर्ता: Cardamom Planters' Association, Santhanpara, लोटों की संख्या: 94, आवक की मात्रा(कि.ग्रा.): 15129.8, बिकी मात्रा (कि.ग्रा.): 13258, अधिकतम मूल्य (रु./कि.ग्रा.): 2996.00, औसत मूल्य (रु./कि.ग्रा.): 2796.47 मसाला: छोटी इलायची, नीलाम की तारीख: 05-Dec-2019, नीलामकर्ता: The Cardamom Processing & Marketing Co-Operative Society Ltd, Kumily, लोटों की संख्या: 278 , आवक की मात्रा(कि.ग्रा.): 66537.5, बिकी मात्रा (कि.ग्रा.): 64395.7, अधिकतम मूल्य (रु./कि.ग्रा.): 3168.00, औसत मूल्य (रु./कि.ग्रा.): 2834.62 Spice: Large Cardamom, Date: 05-Dec-2019, Market: Singtam, Type: Badadana, Price (Rs./Kg): 438, Spice: Large Cardamom, Date: 05-Dec-2019, Market: Singtam, Type: Chotadana, Price (Rs./Kg): 400, Spice: Large Cardamom, Date: 05-Dec-2019, Market: Gangtok, Type: Badadana, Price (Rs./Kg): 450, Spice: Large Cardamom, Date: 05-Dec-2019, Market: Gangtok, Type: Chotadana, Price (Rs./Kg): 400, Spice: Large Cardamom, Date: 05-Dec-2019, Market: Siliguri, Type: Badadana, Price (Rs./Kg): 520, Spice: Large Cardamom, Date: 05-Dec-2019, Market: Siliguri, Type: Chotadana, Price (Rs./Kg): 407,
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मिर्च

अंतिम अद्यतन 13-11-2015, 11:18 HRS
मिर्च image

मिर्च

वानस्पतिक नाम

कैप्सिकम कैप्सिकम फूटासेन्स एल.

परिवार

एनम सोलेनेसी एल.

वाणिज्यिक अंग

हरी और पक्व तथा शुष्क फल(फल)

विवरण

भारतीय मिर्च किस्में

मिर्च कैप्सिकम प्रजाति का सूखा, पक्व फल है। कैप्सिकम एनम एक वार्षिक, उप-क्षुप है, जिसमें फूल एक-एक करके खिलते है, और फल सामान्यतया लम्बमान होते है। ये लाल मिर्च, केएन, पैप्रिका और मिर्च तथा बडे विकसित आकार के और नरम स्वीट पेप्पर (बेल पेप्पर) के रूप में पाए जाते है।

कैप्सिकम प्रूफटासेन्स छोटे फलोंवाली चिरस्थाई मिर्च है, जो एकदम तीखे होते हैं, यह सामान्यत: 'बेर्ड चिली' और 'तबास्को' नाम से जानी जाती है।

विभिन्न किस्में

बेर्ड्स आई चिल्ली (धनी)

  • मिजोरम और मणिपुर के कुछ इलाकों में बढती है।
  • खून जैसा लाल रंग और एकदम तीखी।
  • कटाई - अक्तूबर से दिसंबर तक
  • कोलकत्ता मंडी में उपलब्ध
  • ए एस टी ए रंग मूल्य 41.7
  • कैप्सेइसिन & 0.589%

ब्यादगी(कट्टी)

  • कर्नाटक के धारवाड में बढती है
  • लाल रंग और कम तीखी या बिना तीखापन की
  • कटाई - जनवरी से मई तक
  • वार्षिक उत्पादन - 21,000 टन
  • हुब्ली - धारवाड मण्डी में उपलब्ध
  • ए एस टी ए रंग मूल्य & 159.9
  • कैप्सेइसिन - नगण्य

एल्लायीपुर सन्नम . एस 4 टाइप

  • महाराष्ट्र के अमरावती जिले में बढती है ।
  • लाल रंगवाली और एकदम तीक्ष्ण
  • वार्षिक उत्पादन - 1800 टन
  • कटाई - सितंबर से दिसंबर तक
  • मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद और नागपुर की मण्डियों में उपलब्ध
  • ए एस टी ए रंग मूल्य - 70.40
  • कैप्सेइसिन - 0.2%

गुण्टूर सन्नम . एस 4 टाइप

  • आन्ध्र प्रदेश के गुण्टूर, वारंगल, खम्मं जिलाओं में बढती है ।
  • घने छाल - तीक्ष्ण एवं लाल
  • कटाई - दिसंबर से मई तक
  • वार्षिक उत्पादन - 2,80,000 टन
  • गुण्टूर मण्डी में उपलब्ध ,
  • ए एस टी ए रंग मूल्य - 32.11
  • कैप्सेइसिन - 0.226%

हिन्दपुर . एस 7

  • आन्ध्रप्रदेश के हिन्दपुर में बढती है ,
  • लाल रंग और एकदम तीक्ष्ण
  • कटाई . दिसंबर से मार्च तक
  • हिन्दपुर में उपलब्ध
  • कैप्सेइसिन - 0.24
  • ए एस टी ए रंग मूल्य - 33.00

ज्वाला

  • खेडा, मेहसाना और दक्षिण गुजरात में बढती है ।
  • एकदम तीक्ष्ण, हल्के लाल रंग, छोटा और बीज
  • कटाई .सितंबर से दिसंबर तक
  • उफॅंझा मण्डी में उपलब्ध
  • कैप्सेइसिन - 0.4%

कान्तारी-सफेद

  • केरल और तमिलनाडु के कुछ इलाकों में बढती है ।
  • छोटी, आइवरी सपेफद रंगवाली और एकदम तीक्ष्ण
  • मुख्यत: घर.आंगन की पफसल के रूप में बढाई जाती है ।
  • सालभर में मण्डियों में उपलब्ध
  • ए एस टी ए रंग मूल्य - 2.96
  • कैप्सेइसिन - 0.504%

कश्मीर मिर्च

  • हिमाचल प्रदेश , जम्मू और कश्मीर जैसे शीतोष्ण क्षेत्रों तथा उत्तर भारत के उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में ठण्डी मौसम में बढती है ।
  • लम्बी, मांसल, गहरे लाल रंगवाली ।
  • कटाई - नवंबर से फरवरी तक
  • उत्तर भारत की प्रमुख मण्डियों में उपलब्ध है ।
  • ए एस टी ए रंग मूल्य - 54.10
  • कैप्सेइसिन - 0.325%

मध्यप्रदेश जी टी सन्नम

  • मध्यप्रदेश के इन्दौर, मल्कापुर चिकली और एल्चापुर क्षेत्रों में बढती है ।
  • लाल रंगवाली एवं तीखी
  • कटाई - जनवरी से मार्च तक
  • वार्षिक उत्पादन - 7500 टन
  • मध्यप्रदेश की प्रमुख मण्डियों में उपलब्ध है ।

 

व्युत्पत्ति और प्रसारण

मिर्च का व्युत्पत्ति स्थान दक्षिण अमरीका माना जाता है और इसका भारत सहित सभी उष्ण-उपोष्ण कटिबंधित देशों में व्यापक प्रचार-प्रसार हुआ है, भारत में 15 वीं सदी के अन्त तक पुर्तगालों द्वारा इसे पहली बार पेश किया गया, अब, एकदम ठण्डी इलाकों को छोडकर, दुनिया के शेष सभी जगहों में बढती है।

उपयोग

मसाले के रूप में सूखी मिर्च का बडे पैमाने पर प्रयोग पके व्यंजनों में किया जाता है। करी पाउडरों के घटक व सीसनिंग में भी इसका उपयोग किया जाता है। कालीमिर्च सॉस तथा ताब्स्को सॉस जैसे तीखे सॉस तैयार करने में बेर्ड चिल्ली का प्रयोग किया जाता है। पैप्रिका, ब्यादगी मिर्च, वारंगल चप्पट्टा और इसीतरह उच्च रंग की और कम तीखी किस्मों का प्रयोग रंग निष्कर्षण केलिए बहुतायत किया जाता है। एक कुदरती पौधरंग होने के नाते, खाद्या और पेय निर्माताओं के लिए एक रंजक के रूप में यह खूब पसंदीदा है। दवा के रूप में, कटिवात, तंत्रिबंध और वात संबन्धी बीमारियों में प्रति उत्तेजक के रूप में इसका उपयोग किया जाता है। केप्सिकम कषाय एवं वातहर है। अधिक मात्रा में खाने से इससे गैस संबन्धी गडबडियाँ हो सकती है। मिर्च से अलगाए गए एनजाइम का प्रयोग कुछेक प्रकार के कैन्सरों के उपचार में किया जाता है। कैप्सिकम तैलीराल का प्रयोग मलहमों तथा 'वेपरबों' में किया जाता है। निर्जलीकृत हरी मिर्च विटामिन-सी का बढिया स्रोत है।

भारतीय नाम

हिन्दी - लाल मिर्च बंगला - लंका , लंकामोरिच गुजराती - मर्चा कन्नड - मेनसिन काय मलयालम - मुळकु मराठी - मिर्ची उडिया - लंका पंजाबी - लालमिर्च तमिल - मिलगई तेलुगु - मिरप्पा काया उर्दू - लाल मिर्च

विदेशी नाम

Spanish : Pimenton French : Puvre de Guinee German : Paprika Arabic : Filfil Ahmar Dutch : Spaanse Peper Italian : Peperone Portuguese : Pimento Russian : Struchkovy pyeret Japanese : Togarashi Chinese : Hesiung Yali chiao British : Chillies(Hot) Pepper(Sweet)