ओरगेनो
ओरगेनो
वानस्पतिक नाम
ओरिगानम वल्गरेपरिवार
लामिएसीवाणिज्यिक अंग
पत्ता एवं मुकुल (कली)विवरण
ओरगेनो चढनेवाली जडों, 30-90 से.मी. ऊँचा, शाखित लकडीदार तने एवं विपरीत, सवृंत एवं रोमिल पत्तोंवाला 1.5 से.मी. लंबे चिरस्थाई शाक है। फूल फीके बैंगनी रंग वाले हैं और पुष्पण की अवधि जून अंत से अगस्त तक है। बाष्पशील तेलवाली छोटी ग्रन्थियों से पर्णावाली बिन्दुकित होती है जो उस पौधे को ऐरोमा और रेग प्रदान करती है।
व्युत्पत्ति और प्रसारण
ओरगेनो मेडिट्टरेनियन क्षेत्र देशज है लेकिन यह मेक्सिको, इटली, तुर्की, डोमिनिकन रिप्पब्लिक एवं ग्रीस में बढाया जाता है। भारत में यह शीतोष्ण हिमालय में कश्मीर से सिक्किम तक पाया जाता है। यह एक कडा पौधा है और सभी गरम बागान मृदाओं में बढाया जा सकता है। पौधे केलिए शीतोष्ण से उपोष्ण जलवायु अभिकाम्य है और यह तरल, अच्छी निकासवाली मिट्टी में धूपवाली हालत में बढता है।
उपयोग
ओरगेनो मांस, सॉसेज, सलाद, सजावट, स्टयू एवं सूप में प्रयुक्त होता है। खाद्य उद्योग में, खाद्य एवं पेयों में ओरगेनो तेल व तैलीराल प्रयुक्त किया जाता है। पिज़ा केलिए यह एक आम मसाला है । ओरगेनो तेल में वातहर, आमाशयिक, मूत्रवर्ध्दक, प्रस्वेद (स्वेदकारी) गुण निहित है। कुकुर खाँसी एवं श्वसनी-शोथ में इसका प्रयोग होता है। घावों के उपचार में बाहरी तौर पर यह प्रयुक्त किया जाता है। यह प्रतिऑक्सीकारक एवं प्रतिसूक्ष्मजीवाण्विक गुणविशेषताओं से युक्त है।
भारतीय नाम
हिन्दी - सथ्रा, मिरज़ानजोश मलयालम - काट्टुमरुआ पंजाबी - मिरज़ानजोशा उर्दु - मिरज़ानजोशा
विदेशी नाम
Arabic : Anrar Czech : Oregano French : Origan German : Oregano Greek : Origanon Italian : Origano Spanish : Oregano Thai : Origano