कलौंजी (काला जीरा)
कलौंजी (काला जीरा)
वानस्पतिक नाम
कैरम कारवीपरिवार
एपिएसीवाणिज्यिक अंग
फलविवरण
वाणिज्यिक कालाजीरा एक द्विवर्षी शाक का फल है। इसके पौधे 0.5 से 0.6 मीटर ऊंचाई तक बढते हैं और इनकी जड़ें मांसल और तना पतली शाखाओं वाला है। इसमें मिश्रित पुष्पछत्रों में छोटे व सफेद फूल खिलते हैं। इसके फल 4-6.5 मि.मी. लंबे, मुडे हुए होते हैं, जो पकने पर सूक्ष्म लंबे गर्भकेसरों में विपाटित हो जाते हैं। इसकी ऊपरी सतह पर पांच सीधी रेखाएँ होती हैं जो एक बिन्दु पर मिल जाती हैं। शुष्क फल का रंग भूरा होता है और अच्छी सुगन्ध व कटकता स्वाद रहता है । इनके बीज छूने में दृढ व नुकीले होते हैं ।
व्युत्पत्ति और प्रसारण
यह उत्तर व मध्य यूरोप देशज है और होलैण्ड, रूस, पोलैण्ड, बल्गेरिया, डेनमार्क, रूमानिया , सिरिया, मोरोक्को में व्यापक रूप में और इंग्लैंड व यू एस में कुछ हद तक इसकी खेती की जाती है । शीत कालीन फसल के रूप में कश्मीर और कुमाऊँ पहाड़ियों में 2750 एम एस एल की तुंगता में इसकी खेती की जाती है ।
उपयोग
पाक प्रयोजनों में मसाले के रूप में और ब्रेड, बिस्कुट, केक व चीज में सुवास केलिए कालाजीरा का व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है। सॉसेज तैयार करने में तथा औषधियों के रूप में भी इसका उपयोग किया जाता है।
भारतीय नाम
हिन्दी - सिया ज़ीरा या षिया ज़ीरा बंगला - जीरा या ज़ीरा कन्नड- षिमे जीरिगे कश्मीरी - गुन्युन मलयालम - शीमा जीरकम् मराठी - विलायती जीरा सिन्धी - कालु दुरु पंजाबी - ज़ीरा-सिया संस्कृत – सुशावी तमिल - षाइमाई शम्भु तेलुगु - सीमा जीरकाई
विदेशी नाम
Arabic : Karaway Dutch : Karwif French : Grainsde Carvi Chinese : Fang Feng Greek : Karo Italian : Caro