कोकम
कोकम
वानस्पतिक नाम
गारसीनिया इण्डिकापरिवार
क्लूसिएसीवाणिज्यिक अंग
फल का छिलका (प्रसाधित)विवरण
कोकम लटकती शाखाओंवाला एक पतला सदाहरित छोटा वृक्ष हैं। यह पृथलिंगी वृक्ष है जो 18 मीटर ऊँचाई तक बढता है। फल गोलाकार, बैंगनी बिना खाँचवाले हैं जिसमें अम्लीय गूदे में सिकुडे हुए 5-7 बीज होते हैं।
व्युत्पत्ति और प्रसारण
यह स्रोत से पूर्व देशी है, दक्षिण भारत में खासकर रत्नगिरि, कोंकण, कूर्ग एवं वयनाडु प्रदेश के पश्चिमी घाट के उष्णटिबंधी वर्षावाले जंगलों में पाया जाता है। यह असम , खासी, जान्तिया पहाड, पश्चिम बंगाल एवं गुजरात के सदाबहार जंगलों में भी यह पाया जाता है। इस फसल केलिए गरम एवं अपेक्षाकृत नम उष्णकटिबंधी जलवायु और 2500-5000 मि. मी. रेंज में वर्षा वरीय है और मध्यम वार्षिक 20-30 डिग्री से. तापमान, 60-80% आर्द्रता और एम एस एल से 800 मी. तक की ऊँचाई में बढता है।
उपयोग
कोकम का पका छिलका एवं रस आम तौर पर पकाने में काम आते है। सूखा और नमकीन छिलका करियों में मसाला मिश्रण के रूप में प्रयुक्त होते है। करी को अमलीय फ्लेवर से सजाने एवं आकर्षक, लाल, सुखद स्वाद व सुगंधवाला कूलिंग सिरप बनाने में भी यह काम में लाया जाता है। कोकम बटर (मक्खन) जो खाद्य वसा के रूप में प्रयुक्त होता है, पौष्टिक, शामक एवं पूतिरोधी है। छिलका प्रति-ऑक्सीकारक गुण से युक्त होता है।
भारतीय नाम
हिन्दी - कोकम बंगला - कोकम गुजराती - कोकन कन्नड - मुरगला मलयालम- पुनमपुळी मराठी - अमसोल, कटांबी, कोकम, रतम्बा पंजाबी - कोकम तमिल - मुरगल
विदेशी नाम
English : Indian Tallow tree/Garcinia French : Brindonnier Japanese : Garushinia