बड़ी सौंफ
बड़ी सौंफ
वानस्पतिक नाम
फोनीकुलम वल्गर मिलरपरिवार
एपियेसीवाणिज्यिक अंग
फलविवरण
यह द्विवर्षी, सगन्ध, दृढ, अरोमिल, 1.5 - 1.8 मीटर ऊँचा पौधा है। इसका पक्व फल (बीज) छोटे, आयताकार, बेलनाकार, 6-8 मि. मी. लंबा, सीधा या तनिक वक्र , हरिताभ पीत, गहरे खाँचेदार , पाँच कटक और सुखद गन्धवाला है ।
व्युत्पत्ति और प्रसारण
इसका व्युतपत्ति स्थान यूरोप और एशिया माइनर है। जाडे के फसल के रूप में उत्तर भारत में व्यापक पैमाने पर इसकी खेती की जाती है। बेहद सुहावने मौसम में यह खूब बढता है। शुष्क ठण्डी ओवोहवा उच्च बीज उत्पादन के अनुकूल है। फूल आने के समय लंबी अवधि तक बादल छाए रहने से रोग ओर नाशकजीवों का भारी प्रकोप होता है।
उपयोग
बडी सौंफ के पत्ते सजावट के काम आते है। पत्तों व डंठलों का प्रयोग सलादों में किया जाता है। यह इतालवी सॉसेजों का अनिवार्य घटक है और पिस्सा पर खूब छिडक दिया जाता हे । शुष्क फलों की अच्छी सुगन्ध और सुखद स्वाद होता है और इसीलिए चखने में इसका प्रयोग किया जाता है । सूप , सामिष व्यंजन , सॉस , पेस्ट्री , मिठाइयों और पेय आदि को सुवासित करने में भी इसका प्रयोग किया जाता है। इसके फल सगन्ध, उत्तेजक और वातहर है।
भारतीय नाम
हिन्दी - सौंफ , सोंप बंगला - पान , मुहिरी , माउरी गुजराती - वरियारी कन्नड - बडी सोपु मलयालम- पेरुम जीरकं मराठी - बडीषेप पंजाबी - सौंफ संस्कृत - मधुरिका तमिल - षोम्बेई तेलुगु - सोपु, पेद्द-जिलकारा
विदेशी नाम
Spanish : Hinojo French : Fenouil German : Fenchel Swedish : Fankal Arabic : Shamar Dutch : Venkel Italian : Finocchio Portuguese : Funcho Russian : Fyenkhel Japanese : Uikyo Chinese : Hui-Hsiang