सेलरी
सेलरी
वानस्पतिक नाम
एपियम ग्रेवियोलेन्स एलपरिवार
एपिएसीवाणिज्यिक अंग
शुष्क फलविवरण
पत्तियों, बीजों, तैलीराल व वाष्पशील तेल केलिए बढाई जानेवाली सेलरी पुष्पछत्रदर, ऐरोमाटिक, शाकीय पौधा है। सेलरी का पौधा सामान्यत: 30-60 से.मी. ऊँचा, स्पष्ट गाँठोंवाले तनों में ऊर्ध्व, लम्बे-चौडे पर्णवृन्तों पर सुवासित पत्तोंवाला है। इसके छोटे, अण्डाभ, 1-1.5 मि.मी. लम्बे, 1.2 मि.मी. व्यास के दृढ फल में छोटा भूरा बीज होता है।
व्युत्पत्ति और प्रसारण
सेलरी की व्युत्पत्ति स्थान स्वीडन से लेकर मिस्र(ईजिप्त), अलजीरिया और एथियोपिया तथा एशिया में इण्डिया और चीन तक व्याप्त है। मैदानी क्षेत्रों में वार्षिक है, जबकि ठण्डी आबोहवा और पहाडी इलाकों में यह द्विवार्षिक पौधा है।
उपयोग
इसके सूखे पक्व फलों (सेलरी फल) का प्रयोग मसाले के रूप में किया जाता है। पत्तियों तथा डंठलों का प्रयोग सलाद के रूप में और सूप में किया जाता है। मांस-प्रसंस्करण, पेयों, मिठाइयों, आइस्क्रीमों तथा सेंकी गई चीजों को सुवासित करने में भी व्यापक तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है। विभिन्न देशों में प्राकृत दवा के रूप में इसकी गणना की जाती है। आधुनिक औषधों में, उत्तेजक के रूप में तथा दमा और जिगर संबंधी बीमारियों के उपचार में इसका प्रयोग होता है।
भारतीय नाम
हिन्दी - षालरी, अजमुद, रनधुनी बंगला - बन्धुरी, चानुर गुजराती - बोडिअजमोदा मलयालम - अयमोदकम् मराठी - अजमोदा पंजाबी - केरनौली संस्कृत - अजमोद तमिल - अजमोदा
विदेशी नाम
Spanish : Aipo French : Celeri German : Sellerie Swedish : Selleri Arabic : Karafs Dutch : Selderij Italian : Sedano Portuguese : Apio Russian : Syel'derey Japanese : Serorii Chinese : Chin